प्रिय सम्मानित कॉलेज के पूर्व छात्र,
आशा है कि यह संदेश आपको अच्छे स्वास्थ्य और उत्साह से भरा हुआ मिलेगा । हम अपने सम्मानित पूर्व छात्रों तक पहुँच रहे हैं जो न केवल हमारी विरासत का अभिन्न अंग रहे हैं,
बल्कि हमारे संस्थान के भविष्य को आकार देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है ।
महाविद्यालय के विभिन्न संकायों से शिक्षा प्राप्त कर भविष्य में प्रत्येक विद्यार्थी व्यक्तित्व का विकास कर अपने कैरियर नियोजन में प्रवीणता प्राप्त कर राष्ट्र,
समाज और पारिवारिक जीवन में अपनी पहचान बनाता है। ऐसे सभी व्यक्तियों को पुनः महाविद्यालय की अवस्थापना एवं प्रगति के सोपानों से स्मृति को संजोना
"पुरातन छात्र परिषद" एक परिकल्पना के रूप में स्थापित की गयी है। वर्तमान में प्रगति के पायदानों से गुजरते हुये हमारा महाविद्यालय,
ब्रजमंडल का ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण प्रदेश में एक प्रतिष्ठित अध्ययन एवं शोध केन्द्र के रूप में स्थापित है ।
अनेकों व्यक्तित्व जोकि महाविद्यालय से पूर्व में शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं वर्तमान में सामाजिक, राजनैतिक, प्रशासनिक, चिकित्सा, अध्ययन, अनुसंधान आदि-आदि क्षेत्रों में
देश-विदेश में उच्च स्थान प्राप्त कर राष्ट्र के गौरव को बढ़ाये हुये हैं। प्राचार्य के संरक्षकत्व में गठित पुरातन छात्र परिषद ने गत वर्षों में
अनेकों प्रतिभा उत्थान कार्यक्रमों का संचालन कर अपनी उपथिति को प्रदर्शित किया है।
अधिकारिक पुरातन विद्यार्थियों को पुरातन छात्र परिषद का सदस्य बना निर्देशिका संकलन कार्य प्रगति पर है ।
वर्तमान में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों की बौद्धिक प्रतिभा एवं सर्वांगीण विकास की योजना के क्रियान्वयन में परिषद के सदस्य
महाविद्यालय प्रशासन के साथ सहयोग सुनिश्चित कर महती योगदान दे रहे हैं। भविष्य में पुरातन छात्रों को महाविद्यालय में और अधिक संख्या में
आमंत्रित कर महाविद्यालय की प्रगति में सहयोग करने का अवसर प्रदान किया जायेगा ।
महाविद्यालय में प्रवेश लेने के उपरान्त अध्ययन पूर्ण कर प्रत्येक छात्र-छात्रा से यह आशा है कि वह निम्न प्रारूप पर आवश्यक जानकारी
महाविद्यालय को ऑन लाइन उपलब्ध कराकर परिषद के सदस्य के रूप में परिषद के संपूर्ण कार्यक्रमों में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें
तथा अपनी-अपनी क्षमता के अनुरूप महाविद्यालय की प्रगति में सहभागी बनें। साथ ही परिषद विद्यार्थियों का आभारी रहेगा यदि वह जानकारी एकत्र
कर अपने प्रयास से उन व्यक्तियों को परिषद की सदस्यता से जोड़ने का प्रयास करेंगे जिन्होंने महाविद्यालय से पूर्व में किसी भी कक्षा एवं संकाय
से शिक्षा प्राप्त की हो, ताकि परिषद की स्थापना की सार्थकता प्रमाणित हो सके ।
शुभकामनाओं सहित
प्राचार्य
वैद्य शिव चरन लाल स्मृति महाविद्यालय, शेरगढ़ , मथुरा।